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Showing posts from January, 2018

पदार्थ (Matter)

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परिभाषा पदार्थ की आम परिभाषा है कि 'कुछ भी' जिसका कुछ-न-कुछ वजन (Mass) हो और कुछ-न-कुछ 'जगह घेरती' (Volume) हो उसे पदार्थ कहते है। उद्धरण के तौर पर, एक  कार  जिसका वजन होता है और वह जगह भी घेरती है उसे पदार्थ कहेंगे। पदार्थ के कणों की विशेषताये पदार्थ के कणों की विशेषताये- पदार्थ के कण बहुत छोटे होते है।पदार्थ के कणों के बीच जगह होता है।पदार्थ के कण निरंतर घूमते रहते है।पदार्थ के कण एक दूसरे को आकर्षित करते है। पदार्थ की अवस्थाएं पदार्थ तीन अवस्थाओं-  ठोस ,  द्रव  और  गैस  में पाये जाते हैं। ताप और दाब की दी गई निश्चित परिस्थितियों में, कोइ पदार्थ किस अवस्था में रहेगा यह पदार्थ के कणों के मध्य के दो विरोधी कारकों  अंतराआण्विक बल  और  उष्मीय ऊर्जा  के सम्मिलित प्रभाव पर निर्भर करता है। अंतराआण्विक बलों की प्रवृत्ति अणओं (अथवा परमाणुओं अथवा आयनों) को समीप रखने की होती है, जबकि उष्मीय ऊर्जा की प्रवृत्ति उन कणों को तीव्रगामी बनाकर पृथक रखने की होती है। ठोस पदार्थ की ठोस अवस्था ठोस में, कण बारीकी से भरे होते हैं। ठोस के कणों मे...

02 जनवरी भारत और विश्व इतिहास में

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02 जनवरी भारत और विश्व इतिहास में 02 जनवरी की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं- 1757 ....राबर्ट क्लाइव ने नवाब सिराजुद्दौला से कलकत्ता (अब कोलकाता) को वापस छीना। 1899 ....रामकृष्ण के आदेश के बाद स...

Mechanics of Solid (MOS)

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ठोस यांत्रिकी (Solid mechanics) सातत्यक यांत्रिकी (continuum mechanics/कन्टिनुअम यांत्रिकी) की वह शाखा है जिसमें ठोस वस्तुओं के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है। इसमें विशेषतः विभिन्न प्रकार के बल लगाने पर ठोसों की गति और इनमें होने वाली विरूपण (डिफॉर्मेशन) का अध्यन किया जाता है। बल के अलावा ताप परिवर्तन, प्रावस्था परिवर्तन (phase changes) तथा अन्य वाह्य तथा आन्तरिक कारकों के कारण उत्पन्न गति एवं विरूपण का भी अध्ययन किया जाता है। ठोस यांत्रिकी का अध्ययन सिविल इंजीनियरी, यांत्रिक इंजीनियरी, भूविज्ञान तथा पदार्थ विज्ञान आदि के क्षेत्र में बहुत महत्व रखता है।